Top 5 free important id card for Indians in 2024 | भारतीयों के लिए 5 महत्वपूर्ण आईडी कार्ड 2024 में

Top 5 free important id card for Indians in 2024

नमस्कार दोस्तों इस ब्लॉग में बात करेंगे Top 5 free important id card for Indians in 2024 ( भारतीयों के लिए 5 महत्वपूर्ण आईडी कार्ड 2024 में ) इस ब्लॉग में इन का के बारे में डिटेल में डिस्कस करेंगे जैसे

  1. यह कार्ड कौन-कौन से है,
  2. इन कार्ड पर कितना लाभ मिलता है,
  3. लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन वगैरा आपको कैसे करना है
  4. और कौन-कौन से डिपार्टमेंट से आप लाभ प्राप्त कर सकते हो

तो कार्ड के बारे में यह डिटेल ब्लॉग होगा यह इंपॉर्टेंट कार्ड है अगर इन कार्ड के बारे में आपके पास कंप्लीट जानकारी होगी कंप्लीट नॉलेज होगी तो आप सरकार से लाख रपयों की आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हो.

1.KCC Card ( केसीसी कार्ड ) –

Kishan Credit Card ( किसान क्रेडिट कार्ड ) यह कार्ड किसने के लिए होता है, किसान केसीसी कार्ड के आधार पर बैंक से loan प्राप्त कर सकते हैं. और यह कार्ड है वह बैंक में बनाया जाता है कैसे सी क्रेडिट अकाउंट बनाया जाता है और उनके साथ-साथ उनको एक रुपए डेबिट कार्ड दिया जाता है KCC कार्ड बनने के बाद, किसान अपनी जरूरत के अनुसार अपनी खेतीबाड़ी की जरूरत के लिए. जैसे.
किसान अगर बीस खरीदना चाहता है या फर्टिलाइजर या दवाइयां खरीदना चाहता है उसके लिए उनको पैसे की जरूर है तो वह कैसे के आधार पर आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं. और यह लोन है वह उनको मिनिमम ब्याज दर पर मिलता है. कम से कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिलता है और इसके साथ-साथ उनको सब्सिडी का भी लाभ मिलता है. अगर किसान एक लाख साठ हज़ार तक लोन लेता है तो उसके लिए कोई भी कोलेटरल कोई सिक्योरिटी की जरूर नहीं होती है. बिना सिक्योरिटी के उनको लोन मिल जाता है. तीन लाख तक लोन लेने के लिए केवल चार परसेंट बस पर किसानों को लोन मिल जाता है और इसमें सब्सिडी का लाभ भी मिलता है.

कैसीसी कार्ड के साथ-साथ किसने को रुपए डेबिट कार्ड दिया जाता है रुपए डेबिट कार्ड से किसान को जब भी जरूरत होती है खेतीवाड़ी कार्य के लिए तो वो एटीएम मशीन का उसे करके एटीएम से पैसे विड्रोल कर सकता है. यह खेतीबाड़ी से संबंधित कोई फर्टिलाइजर वगैरा बी वगैरा खरीदना है तो पीएस मशीन का उसे करके ट्रांजैक्शन भी कर सकता है.

2.E Shram Card ( इस श्रम कार्ड ) –

इस श्रम कार्ड मजदूरों के लिए बनाया जाता है, जो एसर एस संंगठित मजदूर है, उनके लिए इस श्रम कार्ड बनाया जाता है. एसंगठित मजदूर से मतलब है.
ऐसे श्रमिक जो अपने कम में निपुण है. लेकिन वो कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं है. किसी विभाग में, किसी संगठन में, यह कंपनी वगैरह में रजिस्टर्ड नहीं है लेकिन अपने काम में निपुण है. ऐसे श्रमिक जो राज मिस्त्री का काम करते हैं, प्लंबर का काम करते हैं, बड़े का काम करते हैं, कारपेंटर का काम करते हैं या कोई रेडियो ठेला लगाने वाला यह शॉप ऊपर है. ऐसे बहुत सारे श्रर्मिक है. वह अपने कम में निपुण होते हैं, लेकिन किसी भी ऑर्गेनाइजेशन में रजिस्टर्ड नहीं होते.

उनके लिए इस E Shram Card बनाया जाता है और इस श्रम कार्ड में उनको एक यूए नंबर दिया जाता है. यूनिवर्सल अकाउंट नंबर दिया जाता है जिसकी सहायता से उनको पहचान मिलती है और सरकार के पास श्रमिकों का डाटा पहुंचता है. इस श्रम कार्ड के आधार पे सरकार के पास उनका प्रॉपर सही डाटा मिल जाता है जिससे सरकार जब भी कोई देश में प्राकृतिक आपदा आती है. जैसे मान लीजिए कोई महामारी है, बाढ़ है, अकाल है, सूखा है. इस तरह की कोई भी प्राकृतिक आपदा आती है तो सरकार सीधा पैसा है वो श्रमिकों के अकाउंट में बेचती है।. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कोरोना टाइम में जिन लोगों का श्रम कार्ड बना हुआ था उनके अकाउंट Rs.500, प्रतिमा हर महीने दिए जाता है.

3.Ayushman Bharat Card ( आयुष्मान भारत कार्ड ) –

आयुष्मान भारत कार्ड पर आपको पाँच लाख तक ही medical सहायता मिलती है. अगर आपका आयुष्मान भारत कार्ड बना हुआ है और आपको अगर कोई गंभीर बीमारी है तो आप प्राइवेट हॉस्प अस्पताल में जो माननेता अ प्राप्त प्राइवेट अस्पताल है वहां जाकर के अपना ट्रीटमेंट करवा सकते हो. बिल्कुल फ्री पाँच लाख तक का ट्रीटमेंट प्राप्त कर सकते हो. आयुष्मान भारत कार्ड है यह केंद्र सरकार की स्कीम है और भारत के सभी राज्यों के जो पत्र व्यक्ति है वो आयुष्मान भारत कार्ड बनवा सकते हैं. आयुष्मान भारत कार्ड अगर आपका नहीं बना हुआ है तो आप लिस्ट में अपना नाम चेक कर लीजिए और अगर आपका आयुष्मान कार्ड बना हुआ लिस्ट में नाम है तो आप खुद ही इसे डाउनलोड कर सकते हो.
आपका आयुष्मान कार्ड बना हुआ या नहीं बना हुआ है अगर आपका आयुष्मान कार्ड बना हुआ है तो आप खुद लिस्ट में नाम चेक कर सकते हो. लिस्ट में नाम चेक करके आप खुद ही अपना आयुष्मान कार्ड है वो डाउनलोड कर सकते हो. इसके लिए आप साइट विजिट कीजिए. से तू डॉट पीएमजीay डॉटgb डॉin इस साइट पर जाकर के लिस्ट में अपना नाम चेक कर लीजिए. अगर आपका नाम है तो आप आयुष्मान कार्ड यहां से डाउनलोड करके और उसे कर सकते हो. अगर आपका आयुष्मान कार्ड नहीं बना हुआ है और आप पत्र व्यक्ति हो तो आप नजदीकी सिविल हॉप अस्पताल जाकर के सरकारी अस्पताल जाकर के वहां से अपना आयुष्मान कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हो, अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हो.

4.BPL Card ( बीपीएल कार्ड ) –

बीपीएल कार्ड एक बहुत इंपोर्टेंट कार्ड है बीपीएल फैमिली के लिए जो गरीब परिवार से संबंध रखते हैं उनके लिए बहुत important कार्ड है.
जो परिवार बिलो poverty line से नीचे जीवन यापन करते हैं उन लोगों का यह बीपीएल कार्ड बनाया जाता है और इस प कई प्रकार की स्कीमें दी जाती है. यह कार्ड गुलाबी या पीले रंग का कार्ड होता है. इस कार्ड पर आपको कई प्रकार की स्कीम मिलती है. इस राशन कार्ड पर आपको मुफ्त में राशन मिलता है. जिनका बीपीएल कार्ड बना हुआ है उनको माफ मुफ्त में राशन मिलता है. जैसे गेहूं, आनाज, चावल, चीनी और खाद्य तेल वगैरह मुफ्त में दिया जाता है. इसके साथ-साथ उनको कई प्रकार की और भी स्कीम दी जाती है. जैसे जिन लोगों का बीपीएल कार्ड बना हुआ है उनको बेटी की शादी करने पर कन्यादान सहायता दी जाती है. इसके अलावा अगर उनके पास घर नहीं है तो घर बनाने के लिए लगभग दो से ढाई लाख रुपए की सहायता दी जाती है.

5.Labour Card ( मजदूर कार्ड या लेबर ) –

इसके बाद नेक्स्ट हमारा पांच नंबर कार्ड है. वो है मजदूर कार्ड या लेबर कार्ड जिसको बोलते हैं. इस कार्ड को अलग-अलग स्टेट में अलग-अलग नाम से जाना जा सकता है. यह भी भारत के लगभग सभी राज्यों में मजदूर कार्ड बनाया जाता है. यह श्रमिकों के लिए, मजदूरों के लिए होता है जैसे कोई राज मिस्त्री है, प्लंबर है, इलेक्ट्रीशियन है या कारपेंटर है . जो भी मजदूरी का कम करते हैं उनका मजदूर का लेबर कार्ड जिसको बोलते हैं, यह बनाया जाता है. इसके आधार पर भी कई प्रकार की स्क मजदूरों को दी जाती है.
लेबर कार्ड बनने के बाद मजदूरों को उनके उपकरण के लिए पैसे दिए जाता हैं, जैसे मजदूरी का जो सामान है, मिस्त्री का जो सामान है, जो उनके उपकरण वह खरीद करने के लिए पैसे दिए जाते हैं. इसके अलावा जो मजदूर है अगर वह अपनी बेटी की शादी करते है तो शादी.
बेटी की शादी करने पर उनको कन्यादान राशि, शगुन योजना इस तरह से सहायता दी जाती है. इसके अलावा.
जो मजदूर के बच्चे हैं, छात्रछा हैं, उनको पढ़ाई के लिए.
स्कॉलरशिप दी जाती है. इसके अलावा अगर बच्चे मेरिट लिस्ट में आते हैं तो उनको मेधा भी छात्रवृत्ति दी जाती है. इसके अलावा अगर मजदूर की कोई एक्सीडेंटल डेथ हो जाती है, अगर कोई दुर्घटना में डेथ हो जाती है तो इस स्थिति में मजदूर के परिवार को पाँच लाख तक की सहायता दी जाती है. अगर मजदूर की प्राकृतिक मृत्यु हो जाती है तो इस स्थिति में भी उनको सहायता दी जाती है.

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